भारत के पूर्व प्रधान मंत्री और आर्थिक सुधारक 92 की उम्र में दुनिया को कह गए अलविदा

आज हम  बात करेंगे भारत के ऐसे प्रधानमंत्री और आर्थिक सुधारक की  जिसने भारत के नाम को  पूरी दुनिया में  एक अलग ही छवि दी और  इसके अलावा यह   एक  बहुत  बड़े  अर्थ शास्त्र के शिक्षक  भी थे  और भारत के ऐसे पहले  प्रधानमंत्री बने जो की भारत की रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के गवर्नर  बने  थे इसके अलावा जवहारलाल नेहरू जी के बाद  भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री  बने  जो अपनी पहली पंचवर्षी  के बाद दोबारा  चुने गए यह भारत के इतिहास ,में 14 वे प्रधान मंत्री बने इसके अलावा यह पी वी नर सिम्हा राव  के शासन  में यह भारत के  वित्त  मंत्री रहे और भारतीय योजना आयोग के सदस्य रहे    इन्होने   भारत के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया 



आइए जानते है इनके प्रारंभिक जीवन के बारे में 

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री  मनमोहन सिंह का  जन्म  26  सितम्बर को भारत के पंजाब में  हुआ था  यह एक पंजाब के सिख परिवार से तालुकात रखते है इनके पिता का नाम गुरमुख  सिंह  और माँ का नाम अमरीत  कौर था इन्होने  अपनी  शुरुआती शिक्षा के बाद  ग्रेजुएशन पंजाब विश्व विद्यालय से  की फिर यह उच्च शिक्षा के  लिए इग्लैंड चले गए इन्होने  अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन इग्लैंड की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से की फिर ऑक्सफ़ोर्ड से डी फील की  डिग्री हासिल की उसके  मनमोहन सिंह जी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1950 के  दौरान  बिभिन्न आर्थिक संस्थानो से की थी 

प्रधान मंत्री के पद के अलावा कौन कौनसे  पद पर  काम किया है  

यह  प्रधानमंत्री के पद के अलावा 1987 में जिनेवा  के दक्षिण  आयोग के अध्यक्ष  रहे  और इसके अलावा  विश्व विद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष रहे 1971 मैं वाणिजय मंत्रालय के सचिव रहे  इसके  अलावा यह कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि रहे 

इन्होने  भारत को कैसे  बचाया  आर्थिक संकट से 

इनको 1991 में भारत का वित्त मंत्री बनाया गया जब भारत एक आर्थिक संकट में  था तब भारत की स्थति  बुरी तरह से आर्थिक रूप कमजोर थी   उस समय इन्होने  अपना अर्थ शास्त्रीक दिमाग  लगाया  और  बजट को देखते हुए  भारत की आर्थिक स्थति सुधारने के लिए काम किया  इनका सपना था  भारत की आर्थिक स्थति को दुनिया  में  सबसे मजबूत  करना 

इनका प्रधानमंत्री कार्य  काल  

इनका प्रधान मंत्री के तौर पर 10 साल का कार्य काल रहा है इन्होने  अपने कार्य काल में  भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण और प्रगतिशील कदम उठाये  यह 2004 से 2014 तक दो बार प्रधान मंत्री रहे और भारत के लिए  बहुत ग्रामीण और  शहरी योजना लाये  इन्होने भारत के युवाओं के लिए national rural employeement guarantee yojna    (नरेगा योजना नाम से भी जाना जाता था ) और  right to information act  (सुचना का अधिकार एक्ट )
इनका प्रधानमंत्री के रूप मैं प्रमुख उदेशय था गरीबी दूर करना  भारत के विकास और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना  इन्होने यूनाइटेड स्टेट के साथ nuclear deal   परमाणु समझौता  किया  जिससे परमाणु टेक्नोलॉजी में भारत को मदद मिली इन्होने अपने कार्य  काल  में  मैन्युफैक्चरिंग के छेत्र  में कई सरे सुधार  किये और इसके अलावा यह प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को लाये   इसमें इसमें किसी एक देश  की कंपनी या किसी एक देश का व्यक्ति   किसी दूसरे देश  की कंपनी  में निवेश करता है  उसको हम प्रत्यक्ष विदेशी निवेश कहते है का दूसरे देश मैं  किया गया निवेश और इनका  कार्य  काल 2014  मैं समाप्त हो गया इनके बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी  जी  बने  इनकी  

मनमोहन  सिंह का निजी  जीवन 

अगर हम मनमोहन सिंह के निजी जीवन की बात करे तो इनकी शादी  गुरशरण कौर से हुई थी इन पर  सिर्फ तीन बेटिया  हुई थी  इनकी सबसे  बड़ी बेटी  उपिंदर सिंह है जिनकी उम्र 65 वर्ष है यह एक  इतिहासकार और प्रोफेसर है इनकी दूसरी बेटी दमन सिंह जिसकी उम्र 61 वर्ष है वो एक लेखक है और इनकी  सबसे छोटी बेटी  अमृत सिंह जिसकी उम्र 55 वर्ष है वो एक  वकील है 




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